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Panchayat Season 4 review ; जब सस्पेंस, इमोशन और राजनीति का फुल डोज मिला फुलेरा में.

‘Panchayat Season 4’ सीरीज की खासियत यही रही है कि ये हमारे दिल के बहुत करीब है। TVF की यह वेब सीरीज एक सिंपल गांव की ज़िंदगी को इतना खूबसूरती से दिखाती है कि हर कोई अपने आप को इन किरदारों से जोड़ लेता है। और अब, ‘पंचायत सीजन 4’ में वो सब कुछ है जो एक परफेक्ट वेब सीरीज को शानदार बनाता है — सस्पेंस, इमोशन, कॉमेडी और राजनीति।

panchayat season 4

कहानी में क्या नया है?

सीजन 4 की शुरुआत एक नए मोड़ से होती है। सचिव जी अब पहले से ज्यादा स्ट्रॉन्ग और कॉन्फिडेंट नजर आते हैं। पहले ही एपिसोड में उनका एक्शन अवतार देखकर दर्शक चौंक जाएंगे। यहां तक कि गाली-गलौच और हाथों में चप्पल उठाना भी देखने को मिलेगा।

सीरीज की कहानी अब तक प्यार, पंचायत और गांव के झगड़ों तक सीमित थी, लेकिन इस बार पूरा फोकस है “सॉरी” शब्द पर। एक सॉरी के लिए पूरा फुलेरा गांव क्या-क्या कर सकता है, यह आपको इमोशनल भी करेगा और हंसाएगा भी।

सस्पेंस और राजनीति का जबरदस्त तड़का

सीजन 3 के अंत में प्रधान जी पर हुए हमले का सस्पेंस अब खुलेगा। आपको पता चलेगा कि गोली चलवाई किसने थी और क्यों। साथ ही इस बार गांव में राजनीति का लेवल भी हाई हो गया है — विधायक जी के साथ-साथ अब सांसद जी की भी एंट्री हो चुकी है, और उनके साथ एक “ड्रैगन” भी आया है। ये ड्रैगन कौन है, वो जानकर आप चौंक जाएंगे।

इसके अलावा पहली बार CBI की रेड पड़ती है गांव में, जो बताती है कि अब पंचायत सिर्फ कॉमेडी शो नहीं रहा, ये एक पॉलिटिकल ड्रामा और सस्पेंस थ्रिलर बन चुका है।

Panchayat season 4 download

इमोशंस की असली ताकत

सीरीज की सबसे बड़ी ताकत उसका इमोशनल एंगल है। खासकर प्रह्लाद चौहान का ट्रैक फिर से दर्शकों को रुला सकता है। वो किरदार जिसने सीजन 2 में अपने बेटे को खोया था, इस बार उसकी कहानी नया मोड़ लेती है।

और हां, इस बार रिंकिया के मम्मी के पापा, यानी सचिव जी के होने वाले ससुर भी नजर आएंगे। उनके साथ के सीन इतने भावुक हैं कि कई लोग खुद को अपने परिवार की याद में डूबा पाएंगे।

सचिव जी और रिंकी का रोमांस

सीक्रेट लव स्टोरी का भी खुलासा होता है — सचिव जी और रिंकी के बीच आखिरकार कुछ खास होता है। लेकिन ये खुलासा सीजन के एकदम आखिरी एपिसोड में होता है, इसलिए थोड़ा सब्र रखना पड़ेगा। लेकिन जिस अंदाज़ में ये रोमांस दिखाया गया है, वो बहुत ही प्यारा और रियल लगता है।

कुछ कमजोरियाँ भी हैं

हालांकि सीजन बहुत अच्छा है, लेकिन कुछ बातें खलती हैं:

  1. इस बार कोई नया ओरिजिनल गाना नहीं है, जबकि पहले के सीजन्स में म्यूजिक भी बड़ा आकर्षण था।
  2. साइड स्टोरीज को बहुत कम जगह मिली है — पूरा सीजन चुनाव पर ही केंद्रित है।
  3. कुछ किरदार जैसे बृज भूषण दुबे (विनोद) का रोल कम कर दिया गया है।
रेटिंग और निष्कर्ष

रेटिंग: 4.5/5 स्टार

‘पंचायत सीजन 4’ एक शानदार वापसी है। इसका सस्पेंस, इमोशंस और दमदार एक्टिंग इसे भारत की सबसे बेहतरीन वेब सीरीज में शामिल कर देता है।

ये सब मिलकर इसे एक यादगार अनुभव बनाते हैं।


📢 अगला कदम क्या है?

सीजन 4 का एंड एक बहुत बड़े क्लिफहैंगर पर होता है, जिससे साफ है कि सीजन 5 में बहुत कुछ नया और धमाकेदार होने वाला है। अगर आपने अभी तक नहीं देखा है तो पंचायत सीजन 4 को फटाफट देखिए — अकेले नहीं, परिवार के साथ।

क्योंकि असली मज़ा तो फुलेरा के साथ हंसने और रोने में ही है।


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