हाल ही में रिलीज हुई हिंदी फिल्म Dhadak 2 ने दर्शकों का ध्यान खींचा है। यह फिल्म सिर्फ एक प्रेम कहानी नहीं है, बल्कि समाज की एक गहरी समस्या को सामने लाती है – जातिवाद। फिल्म की कहानी एक दलित लड़के और ब्राह्मण लड़की के बीच कॉलेज में पनपे प्यार के इर्द-गिर्द घूमती है। दोनों का प्यार उनके परिवार, खासकर लड़की के परिवार को मंजूर नहीं होता, और इसके चलते लड़के की जिंदगी में कई मुश्किलें आती हैं।
Dhadak 2: एक अलग सोच वाली फिल्म
Dhadak 2 साउथ की चर्चित तमिल फिल्म पेरुमल पेरियरम का हिंदी रूपांतरण है। हालांकि तमिल फिल्म हिंदी में डब नहीं हुई, लेकिन इस हिंदी फिल्म ने अपनी अलग पहचान बनाई है। आमतौर पर रीमेक फिल्मों को लेकर लोगों के मन में शक रहता है, लेकिन जब कोई रीमेक एक ज़रूरी सामाजिक संदेश देता है और उसे असरदार तरीके से दिखाया जाता है, तो वह फिल्म खास बन जाती है।Dhadak 2 भी ऐसी ही फिल्म है, जो सीधे मुद्दे पर आती है और सोचने पर मजबूर कर देती है।
Siddharth Chaturvedi & Saurabh Sachdeva का शानदार एक्टिंग
फिल्म में सिद्धार्थ चतुर्वेदी ने दलित लड़के का किरदार निभाया है और उनका अभिनय बहुत ही असरदार है। उन्होंने अपने किरदार के दर्द, गुस्से और संघर्ष को इतने सच्चे तरीके से दिखाया है कि दर्शक उनके साथ जुड़ जाते हैं। तृप्ति डिमरी ने भी अपनी भूमिका में जान डाल दी है। उनका किरदार ग्लैमरस नहीं है, लेकिन बहुत मजबूत है। उन्होंने अपनी पिछली फिल्मों से हटकर इस फिल्म में गंभीरता से काम किया है।
सौरभ सचदेवा ने उस व्यक्ति का रोल निभाया है जो खुद को समाज सुधारक कहता है, लेकिन असल में वह नफरत और हिंसा फैलाता है। उनका अभिनय इतना सशक्त है कि हर सीन में उनकी मौजूदगी महसूस होती है। जाकिर हुसैन ने कॉलेज डीन के रोल में गहराई लाई है, खासतौर पर जब वह अपने दलित होने के दर्द को बताते हैं। मंजरी पोपाला और सात बिलग्रामी जैसे सपोर्टिंग कलाकारों ने भी अच्छी भूमिका निभाई है, खासतौर पर सात का निगेटिव रोल याद रह जाता है।
लेखन, निर्देशन और संगीत की बात
फिल्म की कहानी और निर्देशन की जिम्मेदारी राहुल बाड़ेलकर और शाजिया इकबाल ने निभाई है। उन्होंने इस फिल्म को सिर्फ एक लव स्टोरी नहीं बनने दिया, बल्कि इसमें समाज के बड़े सवाल उठाए हैं। कहानी को प्रभावी और सटीक तरीके से लिखा गया है।
फिल्म का म्यूजिक भी भावनाओं को गहराई से दिखाता है। मोसिन इकबाल द्वारा कंपोज किया गया टाइटल सॉन्ग “बस एक धड़क” बहुत ही खूबसूरत है, लेकिन फिल्म में इसे पूरा नहीं दिखाया गया, जिससे थोड़ा अधूरा लगता है। बाकी गाने भी सुनने में अच्छे हैं और फिल्म के माहौल से मेल खाते हैं।
Tripti Dimri
Dhadak 2 Movie’s cast
- Siddharth Chaturvedi – दलित लड़के का मुख्य किरदार
- Tripti Dimri – ब्राह्मण लड़की की भूमिका
- Saurabh Sachdeva – समाज के नकली सुधारक का किरदार
- Zakir Hussain – कॉलेज डीन की भूमिका
- Manjari Popala – सपोर्टिंग रोल
- Saat Bilgrami – नेगेटिव किरदार, खासकर उनकी खूंखार भूमिका यादगार है
निष्कर्ष
Dhadak 2 एक ऐसी फिल्म है जिसे केवल प्यार की कहानी मानना गलत होगा। यह फिल्म समाज में मौजूद जातिवाद और भेदभाव जैसे मुद्दों पर खुलकर बात करती है। इसमें प्यार है, संघर्ष है, और एक सच्ची सामाजिक सोच भी है। अगर आप ऐसी फिल्मों को पसंद करते हैं जो मनोरंजन के साथ सोचने पर मजबूर करें, तो Dhadak 2 ज़रूर देखिए। यह फिल्म सिनेमा के ज़रिए समाज को आईना दिखाने की अच्छी कोशिश है।
धड़क 2 – अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQ)
1. धड़क 2 के हीरो और हीरोइन कौन हैं?
धड़क 2 में हीरो सिद्धार्थ चतुर्वेदी और हीरोइन तृप्ति डिमरी हैं।
2. धड़क फ्लॉप है या हिट?
धड़क (2018) बॉक्स ऑफिस पर अच्छी कमाई करने वाली फिल्म थी और व्यावसायिक रूप से सफल रही। हालांकि आलोचकों ने इसकी तुलना मराठी फिल्म सैराट से की, लेकिन इसे हिट माना जाता है।
3. धड़क 2 की रिलीज़ डेट क्या है?
धड़क 2 1 अगस्त 2025 को रिलीज़ हुई।
4. क्या धड़क किसी रियल स्टोरी पर आधारित है?
धड़क मराठी फिल्म सैराट (2016) का रीमेक है, जो जाति भेदभाव और प्यार जैसे सामाजिक मुद्दों पर आधारित है। यह किसी असली कहानी पर नहीं, बल्कि सामाजिक संदर्भों से प्रेरित है।
5. क्या धड़क का एंडिंग सैड है?
हाँ, धड़क का अंत दुखद है, जिसमें मुख्य किरदारों की मृत्यु हो जाती है, जो मूल सैराट फिल्म के अंत के समान है।
6. धड़क 2 का बजट क्या है?
धड़क 2 के बजट के बारे में कोई आधिकारिक जानकारी उपलब्ध नहीं है।