13 मई 2025 को, राष्ट्रीय राइफल्स यूनिट को विशिष्ट खुफिया जानकारी मिली कि शोपियां के शोएकल केलर इलाके में आतंकवादी मौजूद हैं। इस जानकारी के आधार पर भारतीय सेना ने सर्च एंड डेस्ट्रॉय ऑपरेशन शुरू किया। ऑपरेशन के दौरान आतंकवादियों ने भारी गोलीबारी की, जिसके बाद जोरदार मुठभेड़ हुई। इस मुठभेड़ में तीन कट्टर आतंकवादियों को ढेर कर दिया गया।
By-Sanjeet Choudhary

सीजफायर के बाद सेना का आतंकियों पर बड़ा एक्शन
सेना के अनुसार, राष्ट्रीय राइफल्स यूनिट को खुफिया जानकारी मिली थी कि इलाके में आतंकी छिपे हुए हैं। इसके बाद सेना ने सर्च और डिस्ट्रक्शन ऑपरेशन शुरू किया। मुठभेड़ के दौरान आतंकियों ने भारी गोलीबारी की, जिसके जवाब में तीन आतंकी मारे गए। इनमें से दो के पाकिस्तानी और एक के स्थानीय होने की आशंका है, हालांकि अभी इसकी पुष्टि बाकी है।
इस मुठभेड़ का संबंध 22 अप्रैल को हुए पहलगाम आतंकी हमले से भी जोड़ा जा रहा है। सुरक्षा एजेंसियां जांच कर रही हैं कि मारे गए आतंकियों का उस हमले में कोई हाथ था या नहीं।

आतंकियों के पोस्टर लगाए गए 20 लाख रुपये का इनाम देने की घोषणा की गई
इस बीच, शोपियां सहित जम्मू-कश्मीर के कई इलाकों में उन आतंकियों के पोस्टर लगाए गए हैं जो पहलगाम हमले में शामिल थे। इनकी जानकारी देने वाले को 20 लाख रुपये का इनाम देने की घोषणा की गई है और पहचान गुप्त रखी जाएगी। इन पोस्टर्स में लिखा है कि निर्दोषों की हत्या करने वाले इन आतंकियों को कोई जगह नहीं मिलेगी और जनता से अपील की गई है कि उनकी तलाश में मदद करें।
इंडिया टुडे के संवाददाता एजाज और अशरफानी के मुताबिक, पहलगाम हमले में शामिल दो आतंकियों की पहचान हो चुकी है—आदिल अहमद ठाकुर (लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा) और आसिफ शेख (जैश-ए-मोहम्मद से जुड़ा)। साथ ही बताया गया कि दो पाकिस्तानी आतंकी भी उस हमले में शामिल थे, जो आपस में पश्तो भाषा में बात कर रहे थे।

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