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मोहित सूरी की “Saiyaara” — इमोशन्स, ट्विस्ट और म्यूजिक का परफेक्ट मेल।

जब बात हो इमोशनल लव स्टोरी की, और नाम हो मोहित सूरी का, तो उम्मीदें अपने आप बढ़ जाती हैं। आशिकी 2, एक विलेन, और हमारी अधूरी कहानी जैसी फिल्मों के डायरेक्टर अब Saiyaara लेकर आए हैं — एक ऐसी फिल्म जो टूटे हुए दिलों, अधूरे सपनों और गहरे इमोशन्स की कहानी है।

कहानी जो सीधी दिल में उतरती है।

Saiyaara की कहानी सिंपल लगती है, लेकिन इसकी गहराई आपको छू जाती है। एक लड़की जो अपनी बीती ज़िंदगी को डायरी में कैद करती है — और फिर हर बार उसे फाड़ देती है। कुछ भूलना चाहती है, या शायद कुछ ऐसा है जो वो खुद से भी छुपा रही है।

दूसरी तरफ एक लड़का है, जिसकी आंखों में सपना है, लेकिन वो सपना भी अधूरा रह गया है। जब ये दो किरदार मिलते हैं, तो शुरुआत होती है एक इमोशनल सफर की — जो कभी बहुत शांत है, तो कभी तूफानी।

Saiyaara

नई स्टारकास्ट, नया अनुभव

आहान पांडे और अनीत पड्डा ने इस फिल्म से डेब्यू किया है। और क्या डेब्यू है! अनीत की सादगी और नैचुरल एक्टिंग पहली ही फिल्म में दिल जीत लेती है। वहीं आहान की परफॉर्मेंस कुछ जगहों पर कमजोर लग सकती है, लेकिन उनके इमोशनल सीन और ऑन-स्क्रीन प्रेजेंस इसे बैलेंस कर देते हैं।

म्यूजिक जो फिल्म की आत्मा है

अगर आप म्यूजिक लवर हैं, तो Saiyaara आपके लिए जन्नत है। अरिजीत सिंह की आवाज़ में टाइटल ट्रैक “Saiyaara” सीधे दिल में उतर जाता है। बैकग्राउंड स्कोर हर सीन को और ज़्यादा भावुक बनाता है। ये वही क्लासिक मोहित सूरी टच है, जो उनकी हर फिल्म को म्यूजिकल जर्नी बना देता है।

फिल्म का पहला गाना अरिजीत सिंह की आवाज में जब थिएटर में गूंजता है, तो दिल वहीं रुक जाता है। गाना पॉपुलर भले ही न हो, लेकिन असर ऐसा है कि कानों से होते हुए सीधे दिल में उतरता है।

पहला हाफ: इमोशन का बहाव

फिल्म का फर्स्ट हाफ बहुत ही स्ट्रॉन्ग है। कोई ओवरड्रामा नहीं, बस रियल इमोशन्स। किरदारों की केमिस्ट्री और कहानी की धीमी-धीमी बुनावट आपको बांधे रखती है। कुछ डायलॉग्स ऐसे हैं जो थेटर में सन्नाटा ला देते हैं — इतना असरदार।

सेकंड हाफ: सस्पेंस, ट्विस्ट और दर्द

इंटरवल के बाद फिल्म थोड़ा भटकती है — 30-40 मिनट का हिस्सा ऐसा लगता है जैसे कहानी अपनी राह खो बैठी हो। लेकिन जैसे ही ट्विस्ट आता है, सब कुछ बदल जाता है। एक ऐसा मोड़ जो न ट्रेलर में दिखा, न किसी पोस्टर में बताया गया। बस एकदम से आपकी सोच को हिला देता है।

ये वही मोमेंट है जहां आप समझते हैं कि Saiyaara सिर्फ लव स्टोरी नहीं है, ये एक थॉट-प्रोवोकिंग ड्रामा भी है।

फैमिली फ्रेंडली है या नहीं?

बिलकुल है। फिल्म में कोई अश्लील सीन नहीं हैं, कोई फालतू का मसाला नहीं डाला गया। आप इसे अपने पैरेंट्स, पार्टनर या दोस्तों के साथ आराम से देख सकते हैं। हां, सिंगल लोग अगर थोड़े सेंसेटिव हैं, तो शायद फिल्म उनके दिल को थोड़ा खरोंच दे — लेकिन यही तो अच्छी फिल्म का असर होता है।

तकनीकी पक्ष और प्रोडक्शन वैल्यू

फिल्म की सिनेमैटोग्राफी और बैकग्राउंड स्कोर कमाल का है। लोकेशन्स खूबसूरत हैं और कैमरा वर्क इमोशन्स को बखूबी कैद करता है। कुछ सपोर्टिंग कैरेक्टर्स थोड़े कमजोर लग सकते हैं, लेकिन उनका स्कोप भी बहुत बड़ा नहीं था।

🌟 रेटिंग और निष्कर्ष

रेटिंग: 7.5/10 ⭐

+ पॉज़िटिव्स:

– निगेटिव्स:

कुछ किरदारों को और बेहतर लिखा जा सकता था

सेकंड हाफ में थोड़ी बोरियत

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