इंदौर के रहने वाले राजा रघुवंशी की हत्या का मामला हर दिन नया मोड़ ले रहा है। उनकी पत्नी सोनम पर हत्या की साजिश रचने का आरोप है, लेकिन सोनम का परिवार इन आरोपों को गलत बता रहा है।
क्या हुआ था?
11 मई 2025 को राजा और सोनम की शादी हुई। नौ दिन बाद, 20 मई को सोनम ने राजा को मेघालय हनीमून के लिए मनाया। 22 मई को दोनों मेघालय पहुंचे। 23 मई को सोनम ने अपनी सास को फोन किया कि जंगल में खाना नहीं मिल रहा और राजा ट्रैकिंग की जिद कर रहा है। इसके बाद फोन बंद हो गया। 2 जून को राजा की लाश मिली, सिर पर चोटों के निशान थे और गहने गायब थे। पास में सोनम की जैकेट थी।
9 जून को सोनम गाजीपुर (उत्तर प्रदेश) के एक ढाबे पर मिली, जो शिलांग से 1100 किमी दूर है। वह रात 1 बजे ढाबे पर पहुंची, रोते हुए अपने भाई को फोन किया और फिर पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया।
पुलिस का क्या कहना है?
मेघालय पुलिस का कहना है कि यह हत्या सुनियोजित थी। सोनम ने अपने प्रेमी राज कुशवाहा के साथ मिलकर इसकी साजिश रची। राज कुशवाहा, जो सोनम के पिता की प्लाईवुड फैक्ट्री में काम करता था, ने तीन सुपारी किलर (विशाल सिंह चौहान, आनंद सिंह कुर्मी, और आकाश राजपूत) को हायर किया। पुलिस के मुताबिक:
- सोनम और राजा 20 मई को मेघालय पहुंचे।
- सुपारी किलर 18 मई को ही मेघालय पहुंच चुके थे।
- 23 मई को एक गहरी खाई के पास राजा पर दाव (पेड़ काटने वाला हथियार) से हमला किया गया। दो वार में राजा की मौत हो गई और लाश खाई में फेंक दी गई।
- इसके बाद सुपारी किलर और सोनम मेघालय छोड़कर भाग गए।
पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार किया है—सोनम, विशाल, आनंद, और आकाश। राज कुशवाहा की तलाश जारी है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पुष्टि हुई कि राजा के सिर पर दो बार वार किए गए।
सोनम का बयान
सोनम का कहना है कि वह निर्दोष है।
- उसका कहना है कि मेघालय में उसके साथ लूटपाट हुई, उसे बेहोश कर दिया गया और उसे कुछ याद नहीं।
- लेकिन पुलिस के मुताबिक अगर वह सच बोल रही है, तो:
- वह 1100 किमी दूर गाजीपुर कैसे पहुँची?
- उसके गहने कहाँ हैं?
- जब राजा के शरीर पर चाकुओं के निशान थे, तो सोनम को खरोंच तक क्यों नहीं आई?
परिवारों की प्रतिक्रिया
- राजा की मां: “सोनम ने ही राजा को मेघालय चलने के लिए मनाया था। अगर वह दोषी है, तो सख्त सजा मिलनी चाहिए।”
- सोनम के पिता: “मेरी बेटी को फंसाया जा रहा है। इस मामले की जांच CBI से होनी चाहिए।”
- सोनम का भाई: “सोनम ने रात 1:30 बजे मुझे फोन किया, फिर मैंने ही उसे पुलिस को सौंपा।”
- राजा का भाई: “हमें यकीन है कि सोनम और राज इस हत्या में शामिल हैं।”
कैसे शुरू हुई साजिश?
पुलिस का कहना है कि सोनम और राज ने मिलकर पहले से सब कुछ प्लान किया था।
- सोनम अपने अफेयर को छिपाकर शादी कर बैठी।
- हनीमून के बहाने मेघालय गई क्योंकि वहाँ गहरी खाइयाँ हैं, जहाँ लाश को आसानी से छिपाया जा सकता है।
- सोनम लगातार अपनी लोकेशन सुपारी किलर्स को भेजती रही।
- 17 मई को ही हत्यारे इंदौर से मेघालय भेज दिए गए थे।
गाजीपुर में सरेंडर क्यों किया?
- जैसे ही पुलिस ने एक आरोपी आकाश को पकड़ा, बाकी सब घबरा गए।
- राज ने सोनम को मैसेज कर कहा कि अब सच सामने आ गया है, इसलिए वह खुद सामने आ जाए।
- इसके बाद सोनम गाजीपुर में ढाबे पर जाकर पुलिस के सामने पेश हो गई और झूठी किडनैपिंग की कहानी सुनाई।
मेघालय के पर्यटन पर सवाल
इस घटना ने मेघालय के पर्यटन को भी सवालों के घेरे में ला दिया। सोशल मीडिया पर लोग पूछ रहे हैं कि क्या मेघालय घूमने के लिए सुरक्षित है? मेघालय के पर्यटन मंत्री पॉल लिंगधो ने कहा, “मेघालय सभी का स्वागत करता है। हम ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कदम उठा रहे हैं।”
अब भी कई सवाल बाकी हैं:
- हत्या को अंजाम देने का पूरा तरीका क्या था?
कॉल रिकॉर्ड्स से क्या नई बातें सामने आईं?
सोनम इतने दूर गाजीपुर कैसे पहुँची?
जाँच अभी जारी है। सच क्या है, ये आने वाले समय में अदालत और पुलिस की जांच से पता चलेगा।