गुजरात के अहमदाबाद में एक बेहद दर्दनाक हवाई हादसा हुआ है। एयर इंडिया की इंटरनेशनल फ्लाइट, जो लंदन जा रही थी, टेकऑफ के कुछ ही मिनटों बाद क्रैश हो गई। इस हादसे में 242 लोग सवार थे, और इसे भारत के अब तक के सबसे बड़े विमान हादसों में से एक माना जा रहा है।
विमान कहां क्रैश हुआ?
फ्लाइट अहमदाबाद एयरपोर्ट से उड़ान भरने के कुछ ही मिनटों बाद, एक डॉक्टरों के हॉस्टल की बिल्डिंग से टकरा गई। इस हादसे में कई डॉक्टर भी घायल हुए हैं, जो वहां रहते थे।
इतना बड़ा धमाका क्यों हुआ?
चूंकि यह इंटरनेशनल फ्लाइट थी और लंदन जा रही थी, इसमें बहुत ज्यादा ईंधन (फ्यूल) भरा गया था। यही वजह थी कि विमान गिरने के बाद भयानक विस्फोट हुआ।
कौन-कौन थे फ्लाइट में सवार?
इस बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमान में कुल 242 लोग थे, जिनमें:
- 🇮🇳 168 भारतीय नागरिक
- 🇬🇧 53 ब्रिटिश नागरिक
- 🇨🇦 1 कनाडाई नागरिक
- 🇵🇹 7 पुर्तगाली नागरिक शामिल थे।
पायलट का अनुभव और हादसे की जांच
पायलट 8000 घंटे से भी ज्यादा उड़ान का अनुभव रखते थे, फिर भी हादसा होना सभी के लिए हैरानी की बात है। फिलहाल, ब्लैक बॉक्स की जांच की जा रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि:
- क्या तकनीकी खराबी थी?
- इंजन में कोई दिक्कत थी?
- या कोई बाहरी वजह थी?
क्या विजय रूपाणी इस फ्लाइट में थे?
कुछ रिपोर्ट्स के अनुसार, गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी भी इस फ्लाइट में मौजूद थे। हालांकि, उनकी मौत की पुष्टि अभी तक आधिकारिक रूप से नहीं की गई है।
एयर इंडिया का रिएक्शन
एयर इंडिया ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स की प्रोफाइल फोटो और बैनर काले कर दिए हैं, जिससे यह जाहिर होता है कि यह घटना कितनी गंभीर और दुखद है।
बोइंग पर फिर उठे सवाल
इस हादसे के बाद एक बार फिर बोइंग कंपनी की सुरक्षा और गुणवत्ता पर सवाल उठने लगे हैं। पिछले कुछ महीनों में बोइंग के कई विमानों में खराबी या हादसे देखने को मिले हैं।
विसलब्लोअर जॉन बार्नेट का खुलासा
2019 में बोइंग कंपनी के एक पूर्व अधिकारी जॉन बार्नेट ने खुलासा किया था कि बोइंग में:
- घटिया क्वालिटी के पुर्जे लगाए जाते हैं।
- कर्मचारियों पर काम जल्दी खत्म करने का दबाव रहता है।
कुछ साल बाद उनकी रहस्यमयी तरीके से मौत हो गई और अब उनका परिवार बोइंग पर केस कर रहा है।
क्या भारत को अब आत्मनिर्भर होना चाहिए?
यह हादसा एक बड़ा संकेत है कि भारत को अब Make in India के तहत खुद के विमान बनाने शुरू करने चाहिए।
चीन ने पहले ही अपने यात्री विमान C919 को तैयार कर लिया है, जो बोइंग और एयरबस का विकल्प बन रहा है। भारत को भी अब इस दिशा में ठोस कदम उठाने चाहिए।
निष्कर्ष: यह केवल हादसा नहीं, एक चेतावनी भी है
यह सिर्फ एक विमान हादसा नहीं, बल्कि एक आंखें खोल देने वाली घटना है। हमें उड़ानों की सुरक्षा, विमान निर्माण की गुणवत्ता और विदेशी निर्भरता – इन सभी पहलुओं पर फिर से विचार करना होगा।
हमारी संवेदनाएं
हम सभी मृतकों के परिवारों और घायलों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं। उम्मीद है कि जल्द ही जांच के नतीजे सामने आएंगे और भविष्य में ऐसे हादसे रोके जा सकेंगे।